नई दिल्ली, 20 मार्च 2025: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक 21, 22 और 23 मार्च को जनसेवा विद्या केंद्र परिसर में आयोजित की जाएगी। यह बैठक संघ के लिए वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण बैठक मानी जा रही है। इस अवसर पर संघ के दक्षिण मध्य क्षेत्र (कर्नाटक, आंध्र, और तेलंगाना) कार्यवाह एन. तिप्पेस्वामी, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार और प्रदीप जोशी भी उपस्थित रहे।
सुनील आंबेकर ने बताया कि इस बैठक का उद्घाटन शुक्रवार, 21 मार्च 2025 को प्रातः 9 बजे होगा। उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी संयुक्त रूप से भाग लेंगे। बैठक के दौरान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी संघ कार्य की स्थिति पर वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे, इसके बाद विभिन्न प्रांतों के कार्यकर्ता संघ की गतिविधियों और कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
इस वर्ष संघ स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं, और इस अवसर पर शताब्दी वर्ष के दौरान संघ कार्य के विस्तार पर विशेष रूप से विचार-विमर्श किया जाएगा। विजयादशमी 2025 से विजयादशमी 2026 तक संघ के शताब्दी वर्ष के रूप में मनाए जाने की योजना है। इस अवधि में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाने और समाज के सभी वर्गों को संघ कार्य में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के दौरान दो महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा होगी:
- बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की स्थिति और इसके समाधान के उपायों पर।
- संघ की 100 वर्षों की यात्रा, शताब्दी वर्ष के दौरान की गतिविधियों और भविष्य की योजनाओं पर।
इसके अतिरिक्त, सभा में वीर योद्धा रानी अब्बक्का के 500 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष वक्तव्य भी जारी किया जाएगा। रानी अब्बक्का का जन्म 1525 में हुआ था और वे कर्नाटक की प्रमुख रानी थीं, जिनका अद्वितीय योगदान इतिहास में सदैव याद रखा जाएगा।
सुनील आंबेकर ने यह भी बताया कि इस वर्ष संघ द्वारा 95 प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किए जाएंगे। इनमें संघ शिक्षा वर्ग, कार्यकर्ता विकास वर्ग 1 और कार्यकर्ता विकास वर्ग 2 शामिल हैं। 40 वर्ष से कम आयु वाले कार्यकर्ताओं के लिए 72 वर्ग आयोजित किए जाएंगे, जबकि 23 वर्ग 40 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले कार्यकर्ताओं के लिए होंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से जुड़ी यह बैठक न केवल संघ की आगामी योजनाओं के निर्धारण का अवसर होगी, बल्कि यह संघ के शताब्दी वर्ष के आयोजन और सामाजिक जागरूकता के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण साबित होगी।