नागपुर। सोमवार रात को हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन शहर में तनाव बना हुआ है। कई संवेदनशील क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है। बुधवार को पुलिस ने फहीम शमीम खान को गिरफ्तार किया, जिसे हिंसा का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है। फहीम खान, माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) का शहर अध्यक्ष और यशोधरा नगर का निवासी है। आरोप है कि उसने हिंसा से पहले भड़काऊ भाषण दिया, जिसके बाद सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया और हिंसा भड़क उठी।
फहीम खान 2024 के लोकसभा चुनाव में नागपुर सीट से एमडीपी के उम्मीदवार थे, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी से भारी मतों से हार गए थे।
सोमवार रात मध्य नागपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस पर भी पथराव हुआ। इसके बाद पुलिस ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया और सार्वजनिक स्थानों पर वाहनों और लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रवींद्र कुमार सिंघल ने बताया कि स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। हिंसा में 34 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और अब तक 50 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान गश्त की जा रही है और पुलिस उपायुक्त सड़क पर वाहनों की आवाजाही पर निर्णय ले रहे हैं।
एफआईआर में कहा गया है कि हिंसक भीड़ ने पेट्रोल बम बनाए और पुलिस पर फेंके। इसके अलावा, भीड़ ने ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों से अश्लील हरकतें कीं, उन्हें जबरन छुआ, अभद्र इशारे किए और गालियां दीं। आरोप है कि फहीम खान ने 500 से ज्यादा दंगाइयों को एकत्र किया और हिंसा को बढ़ावा दिया।
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में रहे।